विशेषज्ञ इसे महामारी के खात्मे की वैक्सीन बता रहे; क्योंकि ओमिक्रॉन फैल रहा, मौतें घट रहीं कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन ही इसके खात्मे की वजह बनेगा। ब्रिटिश मेडिकल काउंसिल के पूर्व वैज्ञानिक ने इस बारे में जानकारी दी है। एक्सपर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन के तेज फैलाव से डरने की जरूरत नहीं है, इस वैरिएंट की वजह से ही इस महामारी का अंत होगा। डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन फेफड़ों में काफी धीमी गति से फैलता है। हालांकि यूरोप और अमेरिका में यह वैरिएंट बहुत तेजी से पांव पसार रहा है।
ओमिक्रॉन फेफड़ों में 10 गुना धीमा
ब्रिटिश मेडिकल काउंसिल के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. राम एस. उपाध्याय ने ओमिक्रॉन को लेकर राहत भरी जानकारी दी है। डॉ. उपाध्याय के मुताबिक ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से काफी अलग है। डेल्टा फेफड़ों में पहुंचकर नुकसान पहुंचाता है, जबकि ओमिक्रॉन श्वासनली में रुककर अपनी संख्या को बढ़ाता है। ओमिक्रॉन जब तक फेफड़ों में पहुंचता है, तब तक इसकी स्पीड 10 गुना कम हो जाती है। इसलिए मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ती।
इंसान की श्वासनली में ‘म्यूकोसल इम्यून सिस्टम’ होता है, जो इम्यूनिटी सिस्टम का सेंटर होता है। यहीं पर एक एंटीबॉडी बनती है, जिसे ‘इम्यूनोग्लोबुलिन आईजीए’ कहते हैं। अब जबकि ओमिक्रॉन श्वासनली में ही अपनी संख्या बढ़ाता है, तो यहां पहले से मौजूद एंटीबॉडी जल्दी एक्टिव होती है। आसान शब्दों में कहें तो ओमिक्रॉन के गंभीर खतरा बनने से पहले ही एंटीबॉडी उसे खत्म करना शुरू कर देती है।
ओमिक्रॉन करेगा कोरोना का अंत
एक्सपर्ट ने बताया- वायरस को इतना मौका ही नहीं मिल पाता है कि वह इंसान को गंभीर रूप से बीमार कर सके, लेकिन जिन लोगों को पहले से गंभीर बीमारी है उन्हें परेशानी हो सकती है। अब ओमिक्रॉन तेजी से डेल्टा की जगह ले रहा है, मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जितने लोगों में यह फैलेगा, उतने ज्यादा लोगों को नेचुरल इम्यूनिटी मिलती जाएगी।
ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही कोरोना महामारी का खात्मा होगा।
संक्रमण की वजह से जो इम्यूनिटी बनती है, वह वैक्सीन से बनने वाली इम्यूनिटी के मुकाबले ज्यादा वक्त तक शरीर में मौजूद रहती है। इस वजह से यह जितनी तेजी से फैलेगा, इसका खतरा उतना ही कम होता जाएगा। यही वजह है कि अब तक डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन से होने वाली मौतों की संख्या काफी कम है। इसी वैरिएंट से कोरोना महामारी का खात्मा होगा।