एक अनजान नम्बर से कॉल आती है. आप
कॉल पिक करते हो. दूसरी तरफ से एक लड़की की बेहद सेक्सी आवाज सुनाई देती है. वो लड़की
आपके जवाब देने के अदाज से ही समझ जाती है कि आप उससे बात करने में इंटरेस्टेड हो
या नही हो. बाते आगें बढ़ने लगती है. बातों के साथ आपका इंटरेस्ट भी बड़ने लगता है.
ये लड़की अपनी बातों से आपको आनंद की उस सीमा पर पहुंचा देती है जहां आप अपने क्रेडिड कार्ड पर भी इंटरेस्ट चढ़ाने पर राजी
हो जाते है. ऐसा कुछ तक चलता रहता है फिर एक दिन ये लड़की आपका पूरा इंटरेस्ट लेकर
आपसे हमेशा हमेशा के लिए डिस्कनेक्ट हो जाती है. ये ड्रीम गर्ल कोई भी हो सकती है.
उसका कोई भी नाम हो सकता है लेकिन आज हम जिस ड्रीम गर्ल की बात करने वाले है उसका नाम
पूजा. पूजा नाम की ड्रीम गर्ल की कहानी है ड्रीम गर्ल.
इस फिल्म की कहानी एक ऐसे इन्सान
की है जो रामलीला में सीता का करेक्टर प्ले करता है. हम बात कर रहे फिल्म के हीरों
या कहे फिल्म में ड्रीम गर्ल बने आयुष्माना खुराना की. आयुष्माना खुराना एक बरोजगार
युवक है जिसके पिता जगजीत सिह यानि कि अन्नु मलिक के ऊपर लाखों रूपये का कर्ज है.
एक अच्छी नौकरी की तलाश में भटक रहे करमवीर सिह की नजर पड़ती कॉल सेंटर के एड पर.
करमवीर सिहं इस फ्रेडशिप कॉल सेंटर में काम करने लगता है. यहां उसका काम है पूजा नाम
की लड़की की आवाज निकालकर लोगो से बाते करना. देखते देखते वो इस कॉल सेंटर की जान बन
जाता है. उसके प्रेमियों की तादात दिन ब दिन बढ़ने लगती है. करमवीर सिंह इस कॉल सेंटर
में अपने काम की वजह से प्रोमोट होकर अच्छे खासे पैसे बनाने लगता है. अब वो अपने आवाज
के दम पर कई लोगो की ड्रीम गर्ल बन चुका है.
ड्रीम गर्ल में सबसे बड़ा ट्वीस्ट
तब आता है जब करमवीर सिंह की मुलाकात माही (नुसरत भरूचा) से होती है. दोनो पहली ही नजर में एक दूसरें को पसन्द
कर लेते हैं. बात शादी तक पहुंच तक पहुंच जाती है लेकिन यहां तक आते आते पूजा की आशिकों
की फेहरिस्त में माही का भाई महिंदर सिंह, करमवीर सिंह के पिता जगजीत सिंह, शायर पुलिस वाला और देसी जस्टिन बीबर
टोटो भी शामिल हो चुके होते है. इसके बाद शुरू होती है एक मजेदार कॉमेडी जिसे
आपको सिनेमा हॉल में बैठकर ही देखना चाहिए.
अंधाधुध, बरेली की बर्फी, बधाई हो के बाद आयुष्मान खुराना एक बार फिर एक मजेदार कॉमेडी स्टोरी के साथ बडे परदे पर वापसी कर रहे है. पूरी फिल्म में उन्होने कमाल की एक्टिग की है. पूजा की आवाज निकालते हुए भी वो काफी सहज दिखाई दे रहे है. इस फिल्म की कहानी एक मजेदार अंदाज में देश के सैकड़ो बेरोजगार और अकेलेपन के शिकार युवाओं की कहानी भी बयान करती है.