यूपी की योगी सरकार ने राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 16 दिसंबर गुरुवार को 4879 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट में योगी सरकार ने राज्य में 24 घंटे बिजली देने का वादा किया है। इसके अलावा इसमें किसानों, वृद्धों, दिव्यांगों, नेत्रहीनों को तोहफा दिया है।
बता दें कि योगी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी दी कि राज्य में 24 घंटे बिजली प्रदान किये जाने को लेकर पावर कॉरपोरेशन को 1000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने अपने वक्तव्य में कहा कि 2022-2023 में 5,44,836.56 करोड़ रुपये की प्राप्तियां होंगी।
अनुपूरक बजट में क्या है?
इस बजट में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के अलावा हर घर बिजली योजना के लिए अलग से 185 करोड़ रुपये की घोषणा हुई है। वहीं खेल विभाग को इस बजट के तहत 10 करोड़ रुपये, काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए 10 करोड़ रुपये, किसान और वृद्धावस्था पेंशन के लिए 670 करोड़ रुपये की घोषणा हुई है। योगी सरकार सूचना विभाग को 150 करोड़ और यूपी गौरव सम्मान के लिए 10 करोड़ देगी।
अनुपूरक बजट की जरुरत?
दरअसल सरकार हर साल कई योजनाओं के खर्चों को देखते हुए अपना बजट पेश करती है। इसे पूरा करने के दौरान अगर बीच में ही सरकार को और फंड की जरुरत पड़ती हो तो राज्य सरकार द्वारा अनुपूरक बजट लाया जाता है। आम बजट की तरह ही अनुपूरक बजट को भी सदन में पेश कराना होता है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में जो योजनाएं पहले से घोषित हैं, उनको लागू करने और प्रोजेक्ट्स के कामों में पैसों के चलते रुकावट ना आए, इसके लिए सरकार को फंड की जरूरत है, ऐसे में योगी सरकार इसलिए इस बजट को लेकर आई है। गौरतलब है कि योगी सरकार का इस साल का ये दूसरा अनुपूरक बजट है। राज्य सरकार ने इससे पहले अगस्त में ही 7,300 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था।
सदन में हंगामा
बता दें कि सदन के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही योगी सरकार को विपक्षी पार्टियों का विरोध झेलना पड़ा। इस विरोध के बीच सरकार ने अपना अनुपूरक बजट पेश किया। मंहगाई के मुद्दे व केंद्रीय मंत्री राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग पर कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर मार्च निकाला। इसके अलावा सपा और सुभासपा ने विधानसभा के अंदर अपना विरोध प्रदर्शन किया।