उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश देते हुए कहा है कि प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी द्वारा जनता की समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण की नियमित समीक्षा की जाए।
योगी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस (तहसील दिवस) तथा थाना दिवस को और प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग द्वारा जनसमस्याओं का गुणवत्तापरक निस्तारण किया जाए।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में आग लगने की दुर्घटनाओं की सम्भावना बनी रहती है। उन्होंने इसके दृष्टिगत राहत आयुक्त कार्यालय तथा जिला स्तर पर राजस्व प्रशासन को सक्रिय रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी पर्वों, त्योहारों को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग पूरी सक्रियता से बाजारों में बिक रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करें। उन्होंने बाजारों में बेचे जा रहे सरसों के तेल की भी गुणवत्ता की जांच किए जाने के निर्देश दिए हैं।
योगी ने एक अप्रैल से मूल्य समर्थन योजना के तहत प्रारम्भ किए जा रहे गेहूं खरीद कार्य की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मण्डियों की कार्य प्रणाली को मौके पर परखने के लिए टीम गठित करते हुए सभी मण्डियों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाए।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।