हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि सरकार और पार्टी के लक्षित परिणाम हासिल करने के लिए हर कार्यकर्ता को अधिक समन्वय से कार्य करना चाहिए।
श्री ठाकुर ने आज यहां प्रदेश भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पदाधिकारियों और 2017 के विधानसभा चुनावों के पार्टी उम्मीदवारों के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बेहतर समन्वय और सम्पर्क रखने की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस अवसर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने कड़े निर्णय लिए है जिससे लोगों को परेशानी भी हो रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधाें का पालन करें। उन्होंने कहा कि विवाह आदि सामाजिक कार्यक्रमों और अनलाॅक के दौरान लोगों द्वारा बरती गई लापरवाही के परिणामस्वरूप ही प्रदेश में कोरोनों संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब विवाह, जन्मदिन, मुंडन आदि जैसे सभी सामाजिक कार्यक्रमों के लिए स्थानीय उपमंडलाधिकारी की अनुमति लेना अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। कार्यकारी दंडाधिकारी मानक संचालन प्रक्रियाओं(एसओपी) का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
श्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या और समारोहों में विभिन्न प्रतिबंधों के चलते विधानसभा का शीतकालीन सत्र रद्द करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया गया है। विपक्ष के नेता इस पर बेबुनियाद टिप्पणियां कर रहे हैं। यह उनकी इस संवेदनशील मुद्दे के प्रति गम्भीरता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चार जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाया है ताकि लोग सामाजिक समारोहों के दौरान अधिक संख्या में इकट्ठे न हों, क्योंकि अधिक संख्या में लोगों के इकट्ठे होने पर यह वायरस तेजी से फैलता है।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों, सांसद और विधायकों से सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं करने और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी एसओपी का सख्ती से पालन करते हुए वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।