कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार विपक्ष को निशाना बना रही है और उसकी आवाज दबाने की कोशिश में हर हथकंडे अपना रही है लेकिन कांग्रेस जनता की आवाज बनेगी और जनता के मुद्दों के समाधान के लिए सरकार पर दबाव बनाएगी।
गांधी ने मंगलवार को संसद भवन में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हाल के चुनाव में सत्ताधारी दल ने ध्रुवीकरण की राजनीति कर जीत हासिल की है लेकिन कांग्रेस इससे निराश नहीं है और आगे भी जनता के मुद्दे उठाकर के जनता के हितों के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह से विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। महंगाई के मुद्दे पर वह विपक्ष की बात नहीं सुन रही और श्रमिक वर्ग का लगातार उनका शोषण कर रही है। सरकार की नीतियों के विरुद्ध पिछले 28 अप्रैल को देशव्यापी हड़ताल ने साबित कर दिया है कि सरकार को जनता के मुद्दों को लेकर झुकना पड़ेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी लगातार सरकार पर देश की सीमाओं की सुरक्षा को लेकर चर्चा कराने की मांग कर रही है लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। महंगाई आसमान छू रही है और पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन सरकार चर्चा कराने की बजाय विपक्ष को दबाने की कोशिश में लगी है। उन्होंने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए निराशाजनक रहे है और पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्यसमिति में भी इस बात को लेकर की चर्चा हुई है। इस संबंध में उन्हें जो सुझाव मिले हैं उस पर वह गंभीरता से विचार कर रही हैं। उनका कहना था कि पार्टी के लिए सभी मुद्दों पर विचार के वास्ते शिविर आयोजन करना आवश्यक हो गया है।
गांधी ने कहा कि पार्टी के समक्ष आगे और ज्यादा चुनौतियां है इसलिए सभी को एक होकर के काम करना है और संगठन को मजबूत बनाना है। सरकार की नीतियों के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से अपनी लड़ाई को जारी रखना है।