पश्चिम बंगाल में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक कैबिनेट समिति का गठन करने की घोषणा की है और साथ ही कहा है कि लॉकडाउन के संबंध में राज्य केन्द्र सरकार के प्रत्येक दिशा-निर्देश का पालन करेगा। सुश्री बनर्जी ने सोमवार को मीडिया को संबाेधित करते हुए कहा, “ कोविड-19 को लेकर हम एक कैबिनेट समिति का गठन करने जा रहे हैं जिसमें मंत्री अमित मित्रा, पार्थ चटर्जी, चंद्रीमा भट्टाचार्य, फिरहाद हकीम के अलावा मुख्य सचिव, गृह सचिव और स्वास्थ्य सचिव शामिल होंगे। यह समिति कोविड-19 से जुड़े प्रत्येक मुद्दे को देखेगी और इस संबंध में मुझे रिपोर्ट सौंपेगी।” सुश्री बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार को विभिन्न राज्य सरकारों से सलाह लेकर अल्पकालिक, मध्यावधि और दीर्घकालिक समय के लिए अपनी याेजना बनानी चाहिए। ताकि यदि राज्य सरकारें इन योजनाओं को अपनाए तो उनके पास उसका खाका होना चाहिए।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, “ हम कोविड-19 से लड़ना चाहते हैं और केन्द्र सरकार के प्रत्येक दिशा-निर्देश का पालन करेंगे, लेकिन वह स्पष्ट, पारदर्शी और बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के होना चाहिए। राज्य के मुख्य सचिव और गृह सचिव प्रत्येक सुबह केन्द्रीय टीमों के साथ तीन घंटों तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा, “ हम कोटा से छात्रों को वापस ला रहे हैं और वृंदावन में फंसे हुए लोगों की मदद कर रहे हैं। हम अपनी क्षमता के अनुसार जितना कर सकते हैं उससे अधिक कर रहे हैं, लेकिन हमें भी इसके लिए फंड चाहिए। यदि केन्द्र सरकार मदद नहीं करती है तो हमें फंड कहां से मिलेगा। हम 21 मई तक सतर्क रहना चाहते हैं। हमने रेड, ऑरेंज और ग्रीन क्षेत्रों की पहचान कर एक अल्पकालिक, मध्यावधि और दीर्घकालिक योजना बनाई है। लेकिन लॉकडाउन को लेकर केन्द्र सरकार को फैसला लेना होगा। हम केन्द्र की ओर से जारी प्रत्येक दिशा-निर्देश का पालन करेंगे।
सुश्री बनर्जी ने केन्द्र सरकार से सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्योगों और असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के खाते में 10 हजार रुपये डालने का आग्रह करते हुए इनके लिए विशेष पैकेज की भी मांग की। जूट और चाय क्षेत्रों में कई लोग काम करते हैं।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि जब तक वह राज्य की बागडोर संभाल रही हैं तब तक यहां किसी को असहाय महसूस करने की जरूरत नहीं है।
सुश्री बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा कि कोरोना वायरस ‘काेविड-19’की वजह से देश में लागू लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न स्थानों पर फंस गये राज्य के लोगों को घर लाने के लिए वह हर संभव कदम उठायेंगी।
सुश्री बनर्जी ने कहा,“लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे राज्य के लोगों को घर वापस लाने के लिए वह हरसंभव कदम उठायेेंगीं।” उन्होंने कहा,“ मैंने अपने अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जब तक मैं यहां हूं तब तक किसी को अपने को असहाय नहीं समझना चाहिए।”
सुश्री बनर्जी ने कहा, “ मैं इस कठिन समय में आपके साथ हूं।” उन्होंने कहा,“हम हर जरूरतमंद को मदद पहुंचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। राजस्थान के कोटा से सभी छात्रों को बंगाल लाने के लिए प्रकिया शुुरू कर दी गयी है। छात्र जल्द ही बंगाल के लिए यात्रा शुरू कर देंगे।”
गौरतलब है कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से राज्य के बड़ी संख्या में लोग देश के विभिन्न भागों में फंस गये हैं। वे बंगाल में अपने घरों काे लौट नहीं पा रहे हैं। लॉकडाउन 24 मार्च की मध्यरात्रि से पूरे देश में लागू किया गया था।
बंगाल में अब तक कोरोना संक्रमण के 649 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि इस महामारी से 20 लोगों की मौत हो चुकी है।