कच्चे तेल, ईंधन और तिलहन उत्पादों की कीमतों में मजबूती बने रहने के कारण जून 2021 में थोक मूल्यों पर आधारित थोक मुद्रास्फीति की दर 12.07 प्रतिशत पर दर्ज की गयी है।
सरकार के बुधवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने के कारण घरेलू बाजार में ईंधन की कीमतों में मजबूती बनी हुई है। मई 2021 में थोक मुद्रास्फीति की दर 12.27 प्रतिशत रही थी। पिछले छह महीने के दौरान थोक मुद्रास्फीति की दर दोहरे अंकों में रही हैं।
आंकड़ों के अनुसार जून 2021 में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति दर 6.66 प्रतिशत दर्ज की गई है। इसके अलावा प्राथमिक वस्तुओं की थोक मुद्रास्फीति दर 7.74 प्रतिशत और विनिर्मित उत्पादों की दर 10.88 प्रतिशत रही है। जून 2021 में खाद्य पदार्थों की श्रेणी में अनाज की कीमतों में कमी आई है। आलोच्य माह में मोटे अनाज के दाम 2.27 प्रतिशत, धान 2.42 प्रतिशत , गेहूं 1.45 प्रतिशत, साग सब्जी 0.78 प्रतिशत और आलू के दाम 30.97 प्रतिशत गिरे हैं।
आंकड़ों में बताया गया है कि जून 2021 में दाल की थोक कीमतों में 11.49 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा दूध 1.65 प्रतिशत, मांस, अंडा और मछली 8.59 प्रतिशत बढ़े हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती के कारण कच्चा पेट्रोल 36.34 प्रतिशत, कच्चा तेल 62 .13 प्रतिशत, एलपीजी रसोई गैस 30.4 4 प्रतिशत ,पेट्रोल 59.4 प्रतिशत और डीजल 59.92 प्रतिशत की तेजी में रहे हैं। तिलहन की कीमतें 37.63 प्रतिशत और वनस्पति तेल की कीमतें 44.8 प्रतिशत की वृद्धि में दर्ज की गई है।