रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न नेताओं ने उत्तर प्रदेश के 73वें स्थापना दिवस की प्रदेश वासियों को शुभकामनायें दी हैं।
उत्तर प्रदेश ने सोमवार को राज्य के रूप में अपनी स्थापना के 72 साल पूरे कर लिये। उत्तर प्रदेश 24 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया था।
राष्ट्रपति कोविंद ने साेशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में कहा, “उत्तर प्रदेश दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भारत के इतिहास, कला-संस्कृति, साहित्य तथा राजनीति में उत्तर प्रदेश के मेहनती और प्रतिभाशाली लोगों ने प्रभावशाली योगदान किया है। मेरी कामना है कि यह राज्य विकास और समृद्धि के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे।” नायडू ने उत्तर प्रदेश को समृद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता वाला राज्य बताते हुये कहा कि राष्ट्रीय विकास में उत्तर प्रदेश अग्रणी भूूमिका निभा रहा हैै। उन्होंने प्रदेश वासियों काे राज्य के स्थापना दिवस की बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “उत्तर प्रदेश ने पिछले 5 वर्षों में हर क्षेत्र में विकास का मानदंड स्थापित किया है। इससे राज्य के लोगों का जीवन आसान होने के साथ ही नए अवसरों का भी निर्माण हुआ है। मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश का बहुआयामी विकास न्यू इंडिया में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा” मोदी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि प्रगति और समृद्धि के नित नए मानदंड गढ़ रहे इस प्रदेश की विकास यात्रा ऐसे ही निरंतर जारी रहे।”
शाह ने भी ट्वीट कर कहा, “धर्म, ज्ञान और अद्भुत शौर्य की भूमि उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ। मोदी जी के मार्गदर्शन में चल रही प्रदेश की योगी सरकार के अथक प्रयासों से प्रदेश ने अपने गौरव को पुनः प्राप्त किया है। भाजपा उत्तर प्रदेश के विकास व जनता के कल्याण के लिए कटिबद्ध है।” योगी ने अपने संदेश में उत्तर प्रदेश को ‘क्रांति की भूमि’ बताते हुए प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने आह्वान किया, “आइए, प्रभु श्री राम व भगवान श्रीकृष्ण की पावन धरा को अपने आचरण, कर्तव्य एवं मूल्यों से सुवासित करें। हम सभी ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के प्रति संकल्पवान हों।”