राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान ऐतिहासिक लाल किले में तोड़ फोड़ और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
कोविंद ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण के दौरान कहा , “ पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए। ”
उन्होंने कहा कि देश की सर्वोच्च अदालत ने इन कानूनों को अभी स्थगित कर दिया है और सरकार उच्चतम न्यायालय के निर्णय का पूरा सम्मान करते हुए उसका पालन करेगी। उन्होंने कहा कि इन कानूनों को व्यापक विचार विमर्श के बाद संसद में पारित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस के दिन आंदोलनकारी किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ उपद्रवी तत्व लालकिले में पहुंच गये और वहां उन्होंने तिरंगे का अपमान किया तथा एक संगठन का झंडा वहां लगा दिया। इस दौरान उपद्रवियों तथा पुलिस के बीच झड़प हुई जिसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए।