कोरोना में अब तक विश्व का हाल
अमरीका
में फ़ूड एंड ड्रग रेग्युलेटर (FDA) के प्रमुख स्टीवेन हान ने कहा है कि उन्हें राष्ट्रपति ट्रंप के इस
अनुमान पर संदेह है कि इस साल तक कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी. एक रिसर्च से पता चला है कि लैटिन और
अफ़्रीकी अमरीकी नागरिकों के गोरे अमरीकियों की तुलना में कोरोना वायरस से
संक्रमित होने का ख़तरा तीन गुना ज़्यादा है. ऑस्ट्रेलियाई राज्य न्यू साउथ वेल्स
ने कोविड-19 संक्रमण के
बढ़ते मामलों को देखते हुए पड़ोसी विक्टोरिया राज्य से सटी अपनी सीमा बंद कर दी
है. 100 वर्षों में ये
पहली बार है जब दोनों राज्यों की सीमाएं बंद की गई हैं. वियतनाम में कोरोना वायरस संक्रमण के
14 नए मामले सामने आए हैं. संक्रमित
होने वाले सभी लोग वो वियतनामी नागरिक हैं जो हाल के दिनों में विदेशों से लौटे
हैं. वियतनाम में कोविड-19 की वजह से
किसी की मौत नहीं हुई है. इस बीमारी के चपेट में अब तक क़रीब एक करोड़ लोग आ चुके
हैं जबकि क़रीब पांच लाख लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन अब तक इस महामारी की
रोकथाम के लिए कोई वैक्सीन नहीं बन पाया है विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस
के पहले मामले की पुष्टि 31 दिसंबर 2019 को हुई थी. जिस तेज़ी से वायरस फैला
उसे देखते हुए 30 जनवरी 2020 को इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित
कर दिया गया. लेकिन शुरुआती
वक्त में इस वायरस के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी और इस कारण इसका इलाज भी जल्द
नहीं मिल पाया. विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई देशों में डॉक्टर इससे निपटने के
लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं लेकिन सवाल यही है कि आख़िर इसके तैयार होने में
कितना वक़्त लगेगा? अनुमान लगाया
जा रहा है कि अगर जल्दी से वैक्सीन मिला भी तो भी इस साल के अंत तक ही मिल पाएगा. हालांकि
कोविड-19 पर क़ाबू पाने
के लिए वैक्सीन बनाने के लिए मौजूदा समय में 120 मेडिकल टीम दुनिया भर के अलग अलग हिस्सों में
रिसर्च में जुटी है. लेकिन अभी तक इस दिशा में उल्लेखनीय कामयाबी नहीं मिली है. जबकि इसी जुलाई महीने में भारत के
कुछ वॉलेंटियर्स को भारत में ही विकसित एक कोरोना वायरस वैक्सीन लगाई जायेगी. इस
वैक्सीन को हैदराबाद की एक फ़ार्मा कंपनी - भारत बायोटेक ने तैयार किया है. इंडियन
काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के चीफ़ के हवाले से एक चिट्ठी शुक्रवार को जारी हुई
जिसमें ये कहा है कि 15 अगस्त को
कोरोना वायरस की वैक्सीन भारत में लॉन्च कर दी जाएगी. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स इस
पर सवाल उठा रहे हैं कि वैक्सीन तैयार करने के लिए जितने समय की ज़रूरत होती है और
जिन प्रक्रियाओं से गुजरना होता है, क्या उनका पालन किया गया है.