प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने एक जनवरी से कमर्शियल वाहनों की कीमत में बढोतरी करने की घोषणा की।
कंपनी ने यहां जारी बयान में कहा कि मैटीरियल और लागत में बढ़ोतरी, मुद्रा विनिमय दर के प्रभाव और व्यावसायिक वाहनों को बीएस-6 मानक के पेट्रोल और डीजल के अनुकूल बनाने से इन वाहनों के निर्माण की लागत बढ़ी है। कंपनी अभी तक वाहन निर्माण में आई अतिरिक्त लागत को खुद ही वहन कर रही थी, लेकिन मार्केट ट्रेंड के साथ स्थिर गति से बढ़ते हुए अब लागत में बढ़ोतरी का कुछ भार उपभोक्ताओं पर डालना जरूरी हो गया है। इसके लिए कंपनी ने तर्कसंगत और उचित ढंग से इन वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की है।
मीडियम एंड हैवी कमर्शल व्हीकल्स (एमएंडएचसीवी), इंटरमीडिएट और लाइट कमर्शल व्हीकल्स (आईएंडएलसीवी), स्मॉल कमर्शल व्हीकल्स (एससीवी) और बसों की कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। वाहन के मॉडल, वैरिएंट और फ्यूल टाइप पर कीमत में वास्तविक बदलाव निर्भर करेगा। टाटा मोटर्स हर सेगमेंट में उपभोक्ताओं को उनके पैसे की भरपूर कीमत अदा करने का ऑफर जारी रखेगा।