कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता सिद्दारामैया ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रत्येक देशवासी को कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के खतरे से निजात दिलाने के लिए नि:शुल्क टीका उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
सिद्दारामैया ने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस महामारी के फैलने के कारण पूरा देश तरह-तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। इस महामारी के कारण देश के लाखों लोगों की आजीविका खत्म हो गयी है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों का पूरा कर्तव्य बनता है कि इस कठिन दौर से गुजर रहे देशवासियों की सहायता के आगे आएं। उन्होंने कहा, “टीकों के विकास ने सभी को आशा जगाई हैं और सभी को टीके उपलब्ध कराने की आवश्यक है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीन के संचालन के लिए निजी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों को 250 रुपये देने की अनुमति देने का निर्णय हर किसी के लिए प्रतिरक्षा सुनिश्चित करने और इसके प्रसार को प्रभावित करने के प्रयासों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी से अधिक आबादी को टीके की कीमत वहन करना मुश्किल होगा और उन तक टीका नहीं पहुंच पायेगा।
उन्होंने कहा कि ब्राजील, कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन सहित दुनिया भर के कई देशों ने कोविड-19 के टीके नि:शुल्क उपलब्ध कराये हैं और यह सभी तक टीका सुनिश्चित करने का सही तरीका है। यह हालांकि निजी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ सहयोग करने का सही तरीका है, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को इसकी प्रतिपूर्ति के लिए बोझ उठाना चाहिए।
सिद्दारामैया ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय पीएम केयर फंड के खातों की जानकारी सार्वजनिक करने में विफल रहा है और शून्य लागत पर टीकाकरण प्रदान करने में भी विफल रहा है।