वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू स्तर पर बैंकिंग, वित्त, धातु और एनर्जी समूहों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार में दो दिनों की गिरावट थम गयी और गुरूवार को दो फीसदी से अधिक की हुयी लिवाली के बल पर सेंसेक्स 34 हजार अंक और निफ्टी 10 हजार अंक के स्तर के पार पहुंच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 700.13 अंक उछलकर 34 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करते हुये 34208.05 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 210.50 अंक चमककर 10 हजार अंक के स्तर को पार करते हुये 10091.65 अंक पर रहा। बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली का जोर कुछ नरम रहा। बीएसई का मिडकैप 1.05 प्रतिशत बढ0़कर 12673.04 अंक पर और स्मॉलकैप 1.48 अंक उठकर 12110.72 अंक पर रहा।
बीएसई में हेल्थकेयर 0.09 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर शेष सभी समूह बढ़त में रहा जिसमें बैंकिंग 3.81 प्रतिशत, वित्त 3.55प्रतिशत, धातु 3.0 प्रतिशत और एनर्जी 2.34 प्रतिशत शामिल है।
वैश्विक स्तर पर चीन के शंघाई कंपोजिट 0.12 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर अधिकांश बड़े सूचकांक गिरावट में रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.10 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.31 प्रतिशत, जापान का निक्केई 0.45 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.07 प्रतिशत शामिल है।