बड़ी राशि के भुगतान की इलेक्ट्रॉनिक व्यवस्था ‘रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट सिस्टम’ (आरटीजीएस) की सुविधा दिसंबर से सप्ताह के सभी दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी।
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने मौद्रिक नीति समिति की तीसरी द्विमासिक बैठक के बाद आज बताया कि छोटी राशि की ऑनलाइन भुगतान सुविधा ‘नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर’ (एनईएफटी) प्रणाली को पिछले साल दिसंबर से चौबीसों घंटे कर दिया गया है। यह प्रणाली निर्बाध रूप से काम कर रही है। इसे देखते हुये अब आरटीजीएस को भी चौबीसों घंटे करने का फैसला किया गया है।
उन्होंने कहा “यह तय किया गया है कि आरटीजीएस प्रणाली भी सभी दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध कराई जायेगी। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जायेगा जहाँ बड़ी राशि के लिए रियल टाइम भुगतान प्रणाली साल के सभी दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी। यह सुविधा दिसंबर 2020 से प्रभावी होगी।”
फिलहाल आरटीजीएस की सुविधा सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध है। रविवार और महीने के दूसरे तथा चौथे शनिवार को यह सुविधा बिल्कुल भी उपलब्ध नहीं होती है। आरटीजीएस के तहत कम से कम दो लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किये जा सकते हैं जबकि इसके लिए कोई अधिकतम सीमा नहीं है। वहीं, एनईएफटी की सुविधा छोटी राशि के लिए है। हालाँकि रिजर्व बैंक ने इसके लिए कोई सीमा तय नहीं की है, लेकिन बैंकों को अधिकतम सीमा तय करने की छूट है।