हिमाचल प्रदेश में चालू रबी सीज़न के दौरान सरकारी स्तर पर रिकॉर्ड मात्रा में गेहूं की खरीद की है। राज्य सरकार ने चालू सीज़न के दौरान 125000 क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है।
राज्य के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सोमवार को बताया कि राज्य में 31 मई तक 100657 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में मात्र 31295 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई थी। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 3.2 गुणा ज्यादा (69362 क्विंटल) गेहूं की खरीद की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के पांच ज़िलों में आठ गेहूं खरीद केन्द्रों की स्थापना की गई है।
कंवर ने बताया कि सिरमौर जिले के पांवटा साहिब और काला अम्ब, ऊना जिले के हरोली तथा टकारला, कांगड़ा जिले के फतेहपुर तथा ठाकुर द्वारा, विलासपुर जिले के पट्टा घुमारवी तथा सोलन जिले के नालागढ़ में गेहूं खरीद केन्द्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह खरीद भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के तत्वाधान में की जा रही है जबकि स्थानीय व्यापारी भी गेहूं की खरीद कर रहे हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि 31 मई तक सिरमौर जिले में 29839 क्विंटल गेहूं, ऊना जिले में 30520 क्विंटल, कांगड़ा जिले में 27270.50 क्विंटल, विलासपुर जिले में 427.50 क्विंटल तथा सोलन जिले में 12599.50 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है। रबी सीज़न अप्रैल में शुरु हुआ तथा जून माह तक खरीददारी जारी रहेगी।
राज्य के कुल 2447 किसानों ने 1975 रुपये प्रति क्विंटल की निर्धारित दर पर एफसीआई को अपनी उपज बेची है। गत 31 मई तक सिरमौर जिले के 785 किसान, ऊना जिले के 721, कांगड़ा जिले के 545, विलासपुर जिले के 16 तथा सोलन ज़िला के 380 किसान गेहूं की सरकारी खरीद से लाभान्वित हुए हैं। राज्य के ऊना तथा सिरमौर जिले में 15 अप्रैल, कांगड़ा जिले में 19 अप्रैल तथा तीन मई , विलासपुर जिले में तीन मई तथा सोलन जिले में तीन मई को रबी मार्किटिंग सीज़न के तहत गेहूं की खरीददारी शुरु की गई।
कंवर ने बताया कि राज्य में गेहूं वितरण का कार्य हिमाचल प्रदेश सिविल सप्लाईज कारपोरेशन द्वारा किया जाता है और गेहूं खरीद के लिए सभी ढांचागत सुविधाएं प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद की वर्तमान रफ्तार से राज्य सरकार द्वारा निर्धारित गेहूं खरीद लक्ष्य को भी पार किए जाने की संभावना है।