अमेरिका के वैज्ञानिकों के एक समूह ने दावा किया है कि दवा निर्माता कंपनी फाइजर की कोरोना वैक्सीन ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में हाल में पाए गए कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन के खिलाफ भी उतनी ही प्रभावी होगी जितना कोरोना के अन्य म्यूटेंट स्ट्रेन के खिलाफ कारगर है।
वैज्ञानिकों की ओर से किए गए अनुसंधान को जीव-विज्ञान संबंधी वेबसाइट बायोरिव ने गुरुवार को प्रकाशित किया है। यह अनुसंधान टेक्सास विश्वविद्यालय के चिकित्सा विभाग के वैज्ञानिकों की ओर से की गयी है जिसका वित्तपोषण फाइजर और बायोएनटेक ने किया है।
वैज्ञानिकों ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, “ ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में सार्स-कोव-2 के तेजी से फैल रहे नये स्ट्रेन से कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले निरंतर बढ़ते ही जा रहे हैं। वैज्ञानिकों के कोरोना वायरस के एन501 और वाई501 स्ट्रेन का पता लगाया है। अनुसंधान में यह पाया गया है कि एमआरएनए आधारित फाइजर की कोरोना वैक्सीन भी इन नये स्ट्रेनों पर उतनी ही प्रभावी होगी।”
गौरतलब है कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में दिसंबर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के नये स्वरूप (स्ट्रेन) का पता चला है जोकि दोनों ही देशों में बहुत ही तेजी से फैल रहा है। वायरस का नया स्ट्रेन कोविड-19 महामारी का कारण बनता है और यह 70 फीसदी अधिक संक्रामक है। ब्रिटेन में कोरोना के टीकाकरण का अभियान भी तेजी से चल रहा है।