कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार देश में नफरत फैलाकर समाज को बांटने का काम कर रही है इसलिए विपक्षी दल मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता शरद यादव से उनके आवास पर मिलने के बाद गांधी ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि आरएसएस और मोदी के खिलाफ सबको एक साथ आना चाहिए। इस बारे में सभी दलों के नेता एकजुट हो रहे हैं और किस फ्रेमवर्क के साथ सभी दल सामने आएंगे इस पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, “ यादव ने सही कहा कि देश की हालत बहुत खराब है। देश को बांटा जा रहा है। सबको एक साथ लाना है और अपनी एकता के इतिहास के रास्ते पर चलना है। शरद जी काफी लम्बे समय से बीमार थे। उनसे मिलने पर बहुत खुशी हुई है। उनके पास बहुत कुछ सीखने को मिला। काफी समय पहले आंध्र प्रदेश में कहीं गाड़ी में तीन घंटे उनके साथ बैठकर गया और उन्होंने इन तीन घंटों में देश की राजनीति को लेकर जो जानकारी दी वह मैं भूल नहीं सकता। शरद यादव जी मेरे गुरु हैं इसलिए गुरु से मिलने आया था। शरद जी से मैंने बहुत कुछ सीखा है। बहुत अच्छा लगता है उनसे मिलकर।”
गांधी ने महंगाई पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा “महंगाई की कंडीशन से अलग है। जिस देश में सौहार्द नहीं होगा वहां महंगाई और बेरोजगारी बढ़ेगी। आर्थिक विकास के लिए परस्पर सौहार्द जरूरी है। देश के रोजगार का जो ढांचा है, जो रीढ़ की हड्डी है वह टूट गई है। छोटे कारोबारी, छोटे छोटे उद्योग धंधे चौपट हो गये हैं और यही देश की रीढ की हड्डी हैं जिसे तोड़ दिया गया है। हमें खुद को पहचानना है कि हमारे यहां है क्या कंडिशन हैं। हम विदेशों की नकल नहीं कर सकते। रीढ की हड्डी तोडी गई है और उसका परिणाम तीन चार साल में सामने आएगा।”