आज नोएडा के सेक्टर 30 में
स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर हॉस्पिटल के बाहर हुसैनी यूथ नाम के एक एनजीओ ने मरीजों
को खाना बाटॅा. हुसैनी यूथ की इस पहल ने दूर दराज से इलाज के लिए अम्बेडकर हॉस्पिटल
आने वाले मरीजों को कुछ राहत पहुंचाई. इस एनजीओ की तरफ से मिले खाने को ग्रहण करने
के बाद मरीजों ने हुसैनी यूथ के तमाम सदस्यों का शुक्रिया अदा किया. दिवाली से ठीक पहले इस तरह का आयोजन करके हुसैनी यूथ के सदस्यों ने लोगो को इन्सानियत का पैगाम भी दिया
है और ये बताने की भी कोशिश की है कि इन्सानियत की सेवा करना ही धर्म का मूल सिद्धान्त
है.
हुसैनी यूथ एक ऐसा एनजीओ है
जो हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन के पैगाम को दुनिया भर में फैलाने
का काम कर रहा है. हजरत इमाम हुसैन,
जिन्हें कर्बला के मैदान में उनके
पूरे कुनबे के साथ तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया गया था. इमाम हुसैन की शहादत
का मकसद क्या था और वो अपनी शहादत के जरिये दुनिया को क्या पैगाम देना चाहते थे.
इसी बात को ध्यान में रखते हुए ‘हुसैनी यूथ’ की शुरूआत हुई थी. इमाम हुसैन केे पैगाम को लोगो तक
पहुंचाने के लिए हुसैनी यूथ ऑर्गनाइजेशन हर साल नोएडा में जूलूस की शक्ल में एक रैली
का आयोजन भी करता है.
इस रैली के दौरान इस ऑर्गनाइजेशन
के सदस्य अपने हाथों में ऐसे बैनर पकड़ कर चलते हैं जिन पर इमाम हुसैन का पैगाम
लिखा होता है. इमाम हुसैन से प्रेरित तमाम महापुरूषों के सन्देंश और फोटो भी इस रैली
में शामिल किये जाते है ताकि लोग ये समझ सके कि इमाम हुसैन का मकसद इस दुनिया में रहने
वाले इन्सानों के अन्दर इन्सानियत को जज्बे को पैदा करना था.