प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टीका बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान मोदी के कोविड-19 टीके की क्षमता को बढ़ाने पर चर्चा किये जाने की संभावना है।
अधिकारी ने कहा कि सोमवार को सरकार ने एक मई से टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी टीका लगाने के फैसला किया है जिससे टीके की मांग बढ़ेगी। कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी का आरोप लगाया था जिसमें कहा गया था कि टीके की कमी के कारण कई केंद्र सरकार के इस दावे के बावजूद बंद कर दिए गए कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।
कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद सरकार ने आपातकालीन स्थितियों में रूस की स्पूतनिक-वी तीसरे कोविड-19 वैक्सीन ‘गम-कोविड-वैक’ का टीका लगाने की मंजूरी दे दी है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल इंडिया (डीसीजीआई) की विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर टीके के आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमति दी गयी है।
मोदी की कल डॉक्टरों और फार्मा कंपनियों के बाद इन समूहों के साथ यह तीसरी बातचीत होगी। उन्होंने 16 अप्रैल को देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता स्थिति की भी समीक्षा की थी।
गौरतलब है कि देश में अभी तक 12.72 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है।