प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे जन औषधि दिवस के मौके पर कल (रविवार) पूरे देश में स्थित जन औषधि केंद्रों के संचालकों और इसके लाभार्थियों से चर्चा करेंगे।
एक सप्ताह तक चलने वाला जनऔषधि दिवस कार्यक्रम एक मार्च को शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री कल सुबह चर्चा करेंगे। इसके साथ ही एक सप्ताह से चल रहा यह कार्यक्रम समाप्त होगा। देश में अभी सभी जिलों में जन औषधि केंद्रों का संचालन हो रहा है। पूरे देश में 7400 से अधिक जन औषधि केंद्र हैं।
जन औषधि दिवस सप्ताह 2021 का आयोजन देश भर के 7400 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है। इस सप्ताह के अंतर्गत जन औषधि केंद्र के संचालक विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर रहे हैं जिसमें स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता से जुड़ी गतिविधियां भी शामिल हैं।
इस आयोजन का आरंभ एक मार्च को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर के आयोजन के साथ हुआ था जिसमें रक्त चाप जांच, शूगर के स्तर की जांच, चिकित्सक से निःशुल्क परामर्श, मुफ्त में दावा वितरण इत्यादि किया गया। अगले दिन के आयोजन में ‘जन औषधि परिचर्चा का आयोजन किया गया। तीसरे दिन के आयोजन का विषय था ‘टीच देम यंग’ और इसके अंतर्गत जन-औषधि टीमों ने स्कूलों, कॉलेजों, फार्मेसी कॉलेजों, समेत विभिन्न संस्थानों में जाकर छात्रों से बातचीत की। जन औषधि सप्ताह के चौथे दिन आयोजित पीएमबीजेके शिविरों में महिलाओं को सैनीटरी पैड के इस्तेमाल के बारे में जागरूक किया गया। इस आयोजन के अंतर्गत देश के 2000 से अधिक स्थानों पर 1,00,000 से अधिक सुविधा सैनीटरी पैकेट का निःशुल्क वितरण किया गया।
बीपीपीआई टीम, जन औषधि मित्र और जन औषधि केंद्र संचालकों ने समाज में वरिष्ठ नागरिकों के घर-घर जाकर उन्हें 7400 से अधिक जन औषधि केन्द्रों पर सस्ती दर पर उपलब्ध जेनेरिक दवाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक किया। वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से उनके लिए शुरू किए गए उत्पादों के बारे में भी बताया गया जिसमें बुजुर्गों के लिए डायपर, घर पर शुगर की जांच के लिए जन औषधि ग्लूकोमीटर, प्राकृतिक रूप से मीठे पदार्थ जन औषधि मधुरक, जन औषधि प्रोटीन, जन औषधि पोषण समेत कई उत्पाद शामिल हैं, जो बाजार में बिकने वाले इस तरह के उत्पादों की तुलना में जन औषधि केन्द्रों पर बेहद सस्ती दर पर उपलब्ध हैं।