कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) देशवासियों पर घातक हमला है और उनकी पार्टी असम विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आने पर इस कानून को लागू नहीं होने देगी।
गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा,“ सीएए असम पर आक्रमण है, भाषा पर, विचार पर, इतिहास पर, संस्कृति पर आक्रमण करने का माध्यम है। यह हम कभी होने नहीं देंगे। सरकार बनाने के बाद हम असम में कानून बनाएंगे और सीएए को लागू नहीं होने देंगे। यह कानून असम की संस्कृति, इतिहास और वहां के लोगों की सोच के प्रतिकूल है। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”
उन्होंने कहा कि केंद्र में जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, तब से लेकर आज तक चाय बागान मजदूरों सहित करोड़ों दिहाड़ी मजदूरों के लिए कुछ भी नहीं किया गया। उनका कहना था कि आज जब असम विधानसभा के चुनाव करीब हैं तो मोदी सरकार चाहती है कि लोग उनकी बातों पर विश्वास करें। उन्होंने पूछा कि चाय बागान मजदूरों समेत करोड़ों दिहाड़ी मजदूरों के आँसू पोंछने के लिए केंद्र सरकार ने क्या किया।
गांधी ने कहा, “जुमलों और प्रगति का आपस में कोई सम्बंध नहीं है-जनता ये समझ गयी है। हमने छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में स्पष्ट किया था कि हम जो वादे करेंगे, उन वादों को पूरा करके दिखायेंगे, ये वादे खोखले नहीं होंगे। छत्तीसगढ़ में हमने कर्ज माफी करके दिखाई।”
उन्होंने नोटबंदी को लेकर भी सरकार हमला किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को समझ लेना चाहिए कि सबकी जेब से पैसा निकाल कर अर्थव्यवस्था नहीं चल सकती है।