पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) चुनाव नहीं लड़ेगा और भाजपा विरोधी मतों को बिखरने से बचाने के लिए उसने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को समर्थन देने की घोषणा की है।
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि टीएमसी प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में समर्थन के आग्रह को लेकर फोन किया था और पत्र भी लिखा था। इसके बाद झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन से भी चर्चा की गयी और पार्टी के अंदर विचार-विमर्श के बाद झामुमो ने वहां टीएमसी को समर्थन देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सांप्रदायिक ताकतें देश भर में पांव पसार रही है, वैसी स्थिति में इन शक्तियों को स्थापित होने में एक कारण झामुमो भी न बन जाए, इसलिए यह फैसला लिया गया है।
सोरेन ने तीन-चार दिन पहले दिल्ली दौरे के क्रम में भी पत्रकारों से बातचीत में इस बात के संकेत दिये थे। वहीं, रांची लौटने के बाद उन्होंने पार्टी प्रमुख सह राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन से बातचीत के बाद यह फैसला लिया। इससे पहले जब श्री हेमंत सोरेन ने पश्चिम बंगाल के झारग्राम में झामुमो की एक रैली में भाग लेने के बाद इसे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारी माना जा रहा था।
झामुमो की इस रैली पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा विरोधी मतों को रोकने का काम किया था इसलिए झामुमो को पहले अपने राज्य के लोगों की समस्याओं के समाधान पर ध्यान देना चाहिए।