(Pic: Narendra Modi & Imran Khan)
पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने भारतीय बाजार में रुचि दिखा रहे विश्व समुदाय को भारत में निवेश करने पर अपना ब्यान दिया है जिसमे इमरान खान ने कहा है कि भारत का एक परमाणु संपन्न देश पाकिस्तान के साथ संघर्ष चल रहा है. और इस संघर्ष की स्तिथि में भारत में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. मैं विश्व समुदाय को यह याद दिलाना चाहता हूँ कि अगर दो परमाणु संपन्न देशों में संघर्ष होता है तो विश्व समुदाय इस से कैसे अछुता रह सकता है.इमरान खान ने कहा है कि दुनिया को कश्मीर मुद्दे की और ध्यान देने की ज़रूरत है और अगर कश्मीर मुद्दे को हल नहीं किया गया तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते है.
इमरान खान ने अपने बयानों से विश्व समुदाय का ध्यान अपनी और खींचने की कोशिश की है जिसमे उन्होंने कहा कि यह मत सोचिए कि भारत एक अरब लोगों का बाजार है और वहां पैसा लगाने पर आपको अच्छे फल मिलेंगे. एशिया में इस समय दो परमाणु शक्ति में टकराव की स्तिथि है और इस स्तिथि में आपके अरबों डॉलर के निवेश का क्या होगा? इमरान खान ने अपने यह ब्यान न्यूयॉर्क में हुई संयुक्त राष्ट्र की बैठक में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान की है.
गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने न्यूयॉर्क में एक विशेष व्यापारिक दौरे की अध्यक्षता की, जिसमें वह 20 क्षेत्रों के उद्योगियों के प्रतिनिधि शामिल थे. इस विशेष दौरे में भाग लेने वाली कंपनियों की संयुक्त कुल संपत्ति $ 16.4 ट्रिलियन है, जिसमें अकेले भारत में 50 बिलियन डॉलर का निवेश शामिल है.
पाकिस्तान 74 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा में चल रहे कश्मीर विवाद में विश्व समुदायों द्वारा पाकिस्तान का पक्ष नहीं लेने के कारण इमरान खान एकत्रित देशों से नाराज थे. इमरान खान ने उम्मीद जताई थी कि वे कश्मीर की स्वायत्तता की स्थिति को खत्म करने के विरोध में यह मुद्दा जोर शोर से से उठाएंगे लेकिन पाकिस्तान के अनुरूप यूएन में कुछ भी नही हुआ.
इमरान खान ने विश्व समुदाय को सन्देश देते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक हालत खाराब होने के कारण विश्व समुदाय पाकिस्तान के साथ पक्षपात कर रहा है. इमरान खान ने कहा कि मुझे पता है कि विष समुदाय पाकिस्तान के प्रति उदासीन क्यों है, ऐसा इसलिए है क्योंकि दुनिया भारत को 1.2 बिलियन लोगों के बाजार की नज़र से देखते है.
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के सम्बन्ध बहुत ही ख़राब चल रहे है. भारत ने 26 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित बालाकोट में चल रहे आतंकवादी कैम्पों पर हमले किये थे जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था.
इसके बाद भारत ने जम्मू कश्मीर से उसका विशेष दर्जें वाला नियम ख़त्म कर दिया जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सम्बन्ध और ज्यादा खराब होते चले गए
कश्मीर पर भारत के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए, पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को बंद किया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया. इसी के साथ पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार और संचार को भी निलंबित कर दिया था.