केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने संसद में सोमवार को पेश किए बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए प्रावधानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश को बढ़ाकर 137 प्रतिशत कर दिया गया है जो पिछले वर्ष के बजट अनुमानों से 2.47 गुना अधिक है, हर्षवर्धन ने कहा कि यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करते हुए कहा कि यह छह स्तंभों पर आधारित है जिनमें स्वास्थ्य एवं देखभाल, वित्त पूंजी एवं बुनियादी ढ़ांचा, आकांक्षी भारत में समग्र विकास, मानव संसाधन का विकास, नवाचार एवं अनुसंधान और न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन शामिल है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में बुनियादी ढ़ांचे में निवेश करने से स्थिरता आयेगी। इसके लिए बचाव, निदान और देखभाल पर जोर दिया जाएगा। केंद्र सरकार अगले छह वर्ष के लिए 64 हजार 180 करोड़ रुपए की योजना शुरू करेगी जो स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली, निदान केंद्रों के विकास और उभरती बीमारियों से निपटने के प्रयासों पर केंद्रित होगी। साथ ही हर जिले में समेकित जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन कार्यक्रम पर 35400 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है।
सीतारमण ने मिशन पोषण अभियान 2.0 की घोषणा करते हुए कहा कि इस अभियान के जरिए हर जिले में पोषण को बढ़ावा देने के कार्यक्रम बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट दो लाख करोड़ का होगा।