भारतीय पर्यटन उद्योग वर्ष 2029 तक करीब 35 खरब रूपये का हो जाएगा. फिक्की और
एस बैंक की रिपोर्ट में भारत को पर्यटन के क्षेत्र में बड़ी ताकत बनते हुए कहा है
कि वर्ष 2018 में पर्यटन से 6.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 16.91 प्रतिशत है. रपोर्ट
के अनुसार वर्ष 2029 तक भारतीय पर्यटन क्षेत्र 6.7 प्रतिशत की बढ़ौतरी के साथ 35 खरब
रूपये तक पहुँच जाएगा, जो कुल जीडीपी का 9.6 प्रतिशत होगा. रिपोर्ट में बताया गया
है कि वर्ष 2018 में पर्यटन क्षेत्र में 26.7 मिलियन रोजगार उत्पन्न हुए थे. वर्ष
2029 तक इस क्षेत्र द्वारा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से करीब 53 मिलियन रोजगार
दिए जाने की उम्मीद है. वर्ष 2017 में
भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या 1 करोड़ को पार कर गई थी. यह वृद्धि आगे भी
जारी रहने की उम्मीद है.
वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म काउंसिल द्वारा जारीरिपोर्ट में भी इस बात की आशंका
जताई गई है. आगामी 10 वर्षो में पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था में भारत का स्थान
विश्व में तीसरा हो जाएगा. गौरतलब है कि वर्तमान में देश की जीडीपी में पर्यटन
उद्योग के योगदान में भारत विश्व का आठवाँ बड़ा देश है. इसी के साथ ही दक्षिण एशिया
का सबसे बड़ा बाज़ार है.दरअसल भारत में घरेलु पर्यटकों की संख्या इस क्षेत्र की प्रमुख
ताकत है, जो वैश्विक औसत से कही अधिक मजबूत है. ऐसे में पर्यटन उद्योग का भारत में
विस्तार होना लाजिमी माना जा रहा है.
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वर्ष में 6 से 35 फीसदी बढ़कर 9.5 प्रतिशत हो जाएगी जीडीपी में हिस्सेदारी
वर्तमान में देश की सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन की हिस्सेदारी लगभग 6 प्रतिशत है.
अगले दस वर्ष में यह करीब 3.5 फीसदी से बढ़कर साढ़े 9 प्रतिशत तक पहुँच जाएगी. इससे
पर्यटन क्षेत्र में लगभग एक करोड़ नए रोजगार का सर्जन होने की उम्मीद है. देश में
युवावर्ग का एक बड़ा भाग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन क्षेत्र में रोजगार
में कार्यरत है. पर्यटन देश का सबसे बड़ा सेवा उद्योग है. इसे पूरे देश में और
विशेषकर दूर दराज के और पिछड़े इलाकों में आर्थिक विकास और रोजगार सर्जन का
महत्वपूर्ण साधन माना जा रहा है.
युवाओं
के लिए इस क्षेत्र में रोजगार की है बहुत संभावनाए
अमेरिका के पर्यटन क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनी एबर्क्रोब्सी-एन-केंट के उपाध्यक्ष
डॉ अमित शर्मा ने भी पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार की बड़ी संभावनाओं
को रेखांकित किया है. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के झांसी स्तिथ बुंदेलखंड
विश्विद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान की’ पर्यटन उद्योग में जनशक्ति
की आवश्यकता’ विषय पार आयोजित एक कार्यशाला में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए
डॉ शर्मा ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में विदेशों से भारत में आने वाले सैलानियों
के साथ ही अब घारेलु पर्यटकों की संख्यां में भी भारी वृद्धि हुई. उन्होंने बताया
कि अभी देश में लगभग 4 करोड़ लोग टूर एंड टूरिज्म इंडस्ट्री के माध्यम से प्रत्यक्ष
व् अप्रत्यक्ष तौर पर आजीविका हासिल कर रहे है. भविष्य में देश में इस क्षेत्र में
लगभग एक करोड़ नए रोजगार सृजित होने की उमीदें है.
नौकरी
और स्वरोजगार के है विभिन्न अवसर
सरकारी पर्यटन विभागों टूर ऑपरेटर कंपनियों, होटल इन्दुस्त्री की विभिन्न विद्याओं
से सम्बंधित रोजगार, एयर लाइन्स कंपनियों, क्रूज ऑपरेटर कंपनियों ट्रेवल एजेंसियों
आदि में प्रमुख तौर पर रोजगार प्राप्त किये जा सकते है. इसके अतिरिक्त इंटरप्रेटर
तथा पासपोर्ट और वीजा सम्बंधित कार्यकलापों में सहायता करने वाली एजेंसियों में भी
काम करने के अवसर मिल सकते है. स्वरोजगार के तौर पर भी कई इस क्षेत्र में कई तरह
के काम किये जा सकते है.