लोकेश राहुल (112) का शानदार शतक भी भारत को तीसरे और आखिरी वनडे में मंगलवार को हार से नहीं बचा सका और मेजबान न्यूजीलैंड ने सलामी बल्लेबाज हेनरी निकोल्स (80), मार्टिन गुप्तिल (66) और कॉलिन डी ग्रैंडहोम (नाबाद 58) के अर्धशतकों की बदौलत यह मुकाबला पांच विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज को 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। भारत को इस तरह पिछले 31 वर्षों में द्विपक्षीय वनडे सीरीज में पहली बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा।
न्यूजीलैंड ने इस क्लीन स्वीप से भारत से टी-20 सीरीज में मिली 0-5 की क्लीन स्वीप का बदला चुका दिया और साथ ही भारत के खिलाफ तीन या उससे अधिक मैचों की वनडे सीरीज को पहली बार क्लीन स्वीप कर लिया। भारत ने पिछले न्यूजीलैंड दौरे में वनडे सीरीज 4-1 से जीती थी लेकिन इस बार उसे तीनों ही मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में सात विकेट पर 296 रन का मजबूत स्कोर बनाया लेकिन फॉर्म में चल रहे कीवी बल्लेबाजों के सामने यह स्कोर भी छोटा साबित हुआ। मेजबान टीम ने 47.1 ओवर में पांच विकेट पर 300 रन बनाकर एकतरफा जीत हासिल कर ली।
भारत के वनडे इतिहास में यह तीसरा मौका है जब उसे तीन या उससे अधिक मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। वेस्टइंडीज ने 1983-84 में भारत को 5-0 से और फिर 1988-89 में 5-0 से हराया था। भारत को इस तरह 31 साल बाद क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इस दौरान भारत को 2006-07 में दक्षिण अफ्रीका से पांच मैचों की सीरीज 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था हालांकि इस सीरीज का एक मैच रद्द रहा था।
टी-20 और वनडे सीरीज समाप्त होने के बाद दोनों टीमें अब 21 फरवरी से शुरु होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उतरेंगी। पहला टेस्ट 21 फरवरी से वेलिंगटन में और दूसरा टेस्ट 29 फरवरी से क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा।
भारत पहली बार न्यूजीलैंड से 0-3 से हारा है। भारत के लिए यह हार इस लिए शर्मनाक रही क्योंकि उसने टी-20 सीरीज 5-0 से जीती थी और उसे वनडे सीरीज में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। इस सीरीज में भारत की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी गेंदबाजी रही और उसके नंबर एक वनडे गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पूरी सीरीज में एक भी विकेट नहीं मिला। बुमराह ने इस मैच में 10 ओवर में 50 रन दिए और खाली हाथ रहे।
तेज गेंदबाज नवदीप सैनी आठ ओवर में 68 रन लुटाकर कोई विकेट नहीं ले पाए। शार्दुल ठाकुर ने 9.1 ओवर में 87 रन लुटाकर मात्र एक विकेट लिया। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल 10 ओवर में 47 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल रहे। लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने 10 ओवर में 45 रन पर एक विकेट लिया।