आयकर विभाग ने महाराष्ट्र में दो व्यावसायिक समूहों के नांदुरबार, धुले और नासिक स्थित ठिकानों पर छापे मार कर 5 करोड़ रुपये से अधिक नकद और 5 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण जब्त किए हैं वहीं 200 करोड़ रूपये के अघोषित लेन-देन का खुलासा हुआ है।
आयकर विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक छापे की कार्रवाई में इन फर्मो के यहां निर्माण कार्य के ठेकों तथा जमीनों की खरीद फरोख और कर्ज के कुल 200 करोड़ रुपये के अघोषित लेन-देन के कागजी, दस्तावेजी और डिजिटल सबूत मिले हैं। बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र के नांदुरबार और धुले जिलों के दो व्यावसायिक घरानों के 25 ठिकानों पर छापे और तलाशी की यह कार्रवाई 22 दिसंबर को की गयी। इनमें से एक समूह निर्माण कार्य और दूसरा जमीन-जायदाद के कारोबार से जुड़ा है।
बयान के मुताबिक इनमें से एक समूह की फर्मों ने आयकर योग्य आय को बड़े पैमाने पर छुपाने के हथकंडे अपनाए हैं। इसके लिए परिवार के लोगों और कर्मचारियों को सब-कांट्रैक्टरों और अपुष्ट ऋणदाओं को संदिग्ध भुगतान जैसे तरीके अपनाए गए। जांच अधिकारियों को पता लगा कि ये सब-कांट्रैक्ट (छोटे-ठीके) परिवारवालों और कर्मचारियों को दिए गए हैं। उनके पास से बिना रिकार्ड के नकद खर्च के भी सबूत मिले हैं। इन तरीकों से निर्माण कार्य में लगे इस समूह की फर्मों द्वारा 150 करोड़ रुपये की आय छुपाने का पता लगा है।
इसी तरह कार्रवाई में पता लगा है है कि जमीन जायदाद का कारोबार करने वाला दूसरा समूह जमीन के सौदों का बड़ा हिस्सा नकदी में करता रहा है। उसके ठिकानों से जमीन और कर्ज के कुल 52 करोड़ रुपये के गैर कानूनी तरीके से लेनदेन के सबूत मिले हैं।
विभाग के अनुसार इस कार्रवाई में अब तक 5 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और पांच करोड़ रुपये से अधिक के आभूषण जप्त किये गये हैं।