शारजाह प्रशासन ने हिन्दी में जारी की इंवेस्टमेन्ट बुकलेट
भारतीय निवेशकों को लुभाने की जुगत में दी जा रही है अहमियत
अबू धाबी में तीसरी अदालती भाषा है हिंदी
नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में हिन्दी का बोलबाला दिनोंदिन बढ़ रहा है। अबू धाबी में तीसरी अदालती भाषा बनने के बाद अब शारजाह प्रशासन ने भी अपने कामकाज में हिन्दी को अपनाने की शुरूआत की है।
शारजाह आर्थिक विकास विभाग (एसईडीडी) द्वारा हाल ही में जारी की गई शारजाह औद्योगिक निवेश पुस्तिका (शारजाह इंडस्ट्रियल इंवेस्टमेन्ट बुकलेट) में हिन्दी को भी अहमियत दी गई है। हिन्दी को दिया जा रहा यह महत्व, भारतीय निवेशकों को लुभाने की रणनीति का हिस्सा है।
शारजाह आर्थिक विकास विभाग (एसईडीडी) के अध्यक्ष सुल्तान अब्दुल्ला बिन हददा अल सुवैदी द्वारा जारी की गई शारजाह इंडस्ट्रियल इंवेस्टमेन्ट बुकलेट में अरबी के अलावा हिंदी, अंग्रेजी और चीनी भाषा को भी स्थान दिया गया है।
उन्होंने शारजाह औद्योगिक क्षेत्र के महत्व और शारजाह की अर्थव्यवस्था के विकास में सहायता करने में यूएई की अग्रणी भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके मुताबिक अमीरात के सकल घरेलू उत्पाद के 17 प्रतिशत की दर से उत्पादन के साथ शारजाह औद्योगिक क्षेत्र यूएई में उद्योग के सबसे बड़े विशिष्ट क्षेत्रों में से एक है।
इस मौके पर एईडीडी में औद्योगिक मामलों के विभाग की उप निदेशक, मरियम नासिर अल सुवेदी ने इंवेस्टमेन्ट बुकलेट के बारे में बात करते हुए कहा कि शारजाह औद्योगिक निवेश पुस्तिका विभाग द्वारा अपनाई गई सेवाओं और प्रक्रियाओं का एक सम्पूर्ण दस्तावेज है। अल सुवेदी ने इस मौके पर कहा कि औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न निवेशकों तक पहुंचने और उन्हें शारजाह औद्योगिक क्षेत्र से परिचित कराने के लिए बुकलेट का हिंदी, अंग्रेजी और चीनी आदि कई भाषाओं में अनुवाद किया गया। यह प्रकाशन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है, ताकि अमीरात और विदेशों में विभिन्न निवेशकों को आवश्यक जानकारी पहुंचाई जा सके।
सात संप्रभु संवैधानिक राजतंत्रों का महासंघ है यूएई
गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई, अमीरात के सात संप्रभु संवैधानिक राजतंत्रों (अबू धाबी, दुबई, शारजाह, अजमान, फुजैरा, रस अल खैमाह और उम्म अल क्वैन) का एक महासंघ है। अबू धाबी इन सभी सात अमीरात के महासंघ की राजधानी के रूप में कार्य करता है।
अबू धाबी में हिंदी है तीसरी अदालती भाषा
इससे पूर्व इसी साल फरवरी माह में अबू धाबी ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए हिंदी को अपनी अदालतों में तीसरी आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल कर लिया। अबू धाबी प्रशासन ने अरबी और अंग्रेजी के बाद हिंदी को अपनी अदालतों में तीसरी आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल करने का यह कदम न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिहाज से उठाया। अबू धाबी न्याय विभाग (एडीजेडी) द्वारा यह फैसला यूएई में रह रहे हिंदी भाषी लोगों को मुकदमे की प्रक्रिया, उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में सीखने में मदद करने के मकसद से लिया गया। जिससे कि न्यायिक सेवाओं को बढ़ावा मिलने के साथ ही मुकदमे की प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ सके।
यूएई में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय हैं भारतीय
यूएई में रह रहे भारतीय यहां का सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासियों की संख्या 33 लाख है जो यूएई की कुल आबादी का लगभग 30 फीसदी यानी तकरीबन एक तिहाई है।