केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्राकृतिक आपदा से शून्य नुकसान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य दोहराते हुए मंगलवार को कहा कि 'आपदा मित्र' योजना के तहत 350 जिलों के एक लाख युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिए जाएंगे, जिससे वे लोगों की तत्काल मदद कर सकें।
शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 17वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रायोगिक तौर पर 5500 आपदा मित्रों और इतनी ही आपदा सखियों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसके परिणाम संतोषजनक आने के बाद केंद्र सरकार ने आपदा संभावित 350 जिलों में गांव स्तर पर आपदा प्रबंधन तंत्र बनाने का निर्णय लिया है। अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद करने वाले इन आपदा मित्रों को समुचित प्रशिक्षण के बाद उनका जीवन बीमा कराया जाएगा ताकि वे और उनके परिजन निश्चिंत रहें और लोगों की मदद कर सकें।
उन्होंने कहा, "आपदा प्रबंधन का तंत्र इस प्रकार का होना चाहिए कि कितनी भी घोर आपदा आए, एक भी व्यक्ति की जान ना जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यही लक्ष्य हम सबके सामने रखा है और इसी के तहत गांव-गांव तक आपदा सुरक्षा तंत्र तैयार करने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि आपदा के खिलाफ लड़ने के लिए लोगों में संस्कार पैदा हो, इसके लिए प्राथमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के पाठ्यक्रम में प्राकृतिक आपदा प्रबंधन का कोर्स लागू किया गया है। उत्तर पूर्वी राज्यों के स्कूलों में इसे प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया है और आने वाले समय में देश भर के सभी स्कूलों में इसे लागू किया जाएगा।