उत्तर प्रदेश में बागपत के बड़ौत में दिल्ली किसान आंदोलन के समर्थन में चल रहा किसानों का धरना बुधवार देर रात में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गया।
किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन ने उनका धरना जबरदस्ती खत्म कराया है। पुलिस ने थाम्बा चौधरी बृजपाल सिंह को हिरासत में भी लिया है।
विश्वस्त सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि लालकिले पर हुई हिंसा के बाद बुधवार को अपर जिलाधिकारी अमित कुमार ने बड़ौत तहसील में धरनारत किसान नेताओं के साथ बैठक की। उन्होंने किसानों से दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर चल रहे धरने को समाप्त करने को कहा। किसानों का कहना था कि धरना कानून वापसी तक जारी रहेगा।
बुधवार आधी रात के बाद अचानक पुलिस और प्रशासन की टीम धरना स्थल पर पहुंची और किसानों को तत्काल धरना खत्म करने के लिए कहा, जिस पर किसानों ने धरना खत्म करने से इंकार कर दिया, जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की किसानों से तीखी नोंकझोंक भी हुई। इसके बाद पुलिस ने किसानों पर हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ दिया।
कुमार ने बताया कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी का एक्सप्रेस वे का काम रुका हुआ है ,किसानों को हटाने के लिए कहा गया था। इसके बाद उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से किसानों को हटा दिया है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि एक वृद्ध किसान कुछ मंदबुद्धि का था, जिन्हें एंबुलेंस से उनके घर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि किसानों को हटाने के लिए किसी भी तरह का बल प्रयोग नही किया है।