प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को शिवसेना के विधायक और डेवलपर प्रताप सरनाईक के ठाणे स्थित आवास और दफ्तर पर वित्तीय गड़बड़ी (मनी लांड्रिंग) मामले में छापेमारी की।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत महाराष्ट्र में ठाणे और मुंबई में सरनाईक से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। सरनाईक के पुत्र विहंग और पुरवेश सरनाईक से पूछताछ की और विहंग को ठाणे से हिरासत में लेकर मुंबई के कार्यालय ले गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी कड़े सुरक्षा इंतजाम के साथ छापा मारने गयी थी।
इससे पहले सरनाईक ने रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव रखा था और उन्होंने अन्वय नाइक आत्महत्या मामले में अर्नब के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की थी। सरनाईक महाराष्ट्र विधानसभा में ओवला-माजीवाडा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने के मामले में कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की थी।
सत्तारूढ़ शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस ने गठबंधन सरकार पर दबाव बनाने और अपने नेताओं का मनोबल गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने छापे का इस्तेमाल विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि “हम सभी जानते हैं कि ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और वे केंद्र के हाथों की कठपुतली हैं। लेकिन, हम किसी के सामने नहीं झुकेंगे।”