पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर तथा उनकी समाज सेविका पत्नी नूतन ठाकुर ने ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम में लगभग 118 करोड़ के संभावित घोटाले की जाँच की मांग की है।
ठाकुर दंपत्ति ने इस संबंध में प्रधान महालेखाकार द्वारा सरकार को प्रेषित हाई स्पीड डीजल से संबंधित 6 पृष्ठों की रिपोर्ट का हवाला दिया है जिसके अनुसार निगम ने 2008 से लगातार टेंडर प्रक्रिया अपनाए बिना ही मात्र एक ही फर्म इंडियन आयल कारपोरेशन को हाई स्पीड डीजल सप्लाई का कार्य दिया। उन्होने कहा कि यह नियम विरुद्ध है जिसके चलते सरकार को 90.81 करोड़ रूपये की छूट की संभावित क्षति तथा 26.77 करोड़ रूपये के सूद की क्षति अर्थात कुल 117.58 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ।
अमिताभ तथा नूतन ने इसे गंभीर भ्रष्टाचार बताते हुए उच्चस्तरीय जाँच व कार्यवाही की मांग की है।