अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ताऊ ते मंगलवार देर रात राजस्थान पहुंच गया और प्रदेश में राजधानी जयपुर सहित विभिन्न जिलों में रुक रुक वर्षा का दौर जारी है, हालांकि तूफान का असर अब कम होता नजर आ रहा हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तूफान उदयपुर की ओर बढ़ते हुए आगे बढ गया जिससेे इसका असर कमजोर पड़ गया। इससे राज्य में उदयपुर में तेज हवा के साथ बरसात हुई और कुछ जगहों पर पेड़ गिरने एवं बिजली गुल होने की खबर है।
इसी तरह जयपुर में आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और सुबह एक बार वर्षा तेज़ हुई उसके बाद रिमझिम बारिश का दौर जारी है। तेज हवा भी चलने लगी है।
अजमेर में अच्छी बारिश हुई और इस दौरान वैशाली नगर सेक्टर तीन में तो कुछ घरों में पानी भर गया। शहर में सडकों पर पानी ही पानी नजर आने लगा। इसी प्रकार नागौर, डूंगरपुर, जालोर, टोंक, भीलवाड़ा, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अलवर सहित कई जिलों में भी बरसात का दौर जारी है। नागौर जिले में कुछ गांवों में तूफान का असर दिखा जिससे तेज हवा के साथ तेज वर्षा हुई और कई पेड़ गिर गये।
मौसम विभाग ने जालौर, सिरोही, उदयपुर, पाली, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद जिले में आज भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
उदयपुर-जोधपुर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मद्देनजर प्रशासन ने जगह-जगह राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें तैनात की हैं। डूंगरपुर-बांसवाड़ा में लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील भी की गई है।
मुख्य सचिव निरंजन आर्य के अनुसार समुद्री तूफान की तीव्रता को लेकर केन्द्रीय गृह सचिव तथा गुजरात के मुख्य सचिव के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के दक्षिण एवं उत्तरी भाग में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं और भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। इसके मेनजर ऑक्सीजन का अग्रिम उठाव कर जिलों के अस्पतालों में इसके पर्याप्त बफर स्टॉक तथा बिजली की वैकल्पिक आपूर्ति सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं।
उद्योग सचिव आशुतोष एटी ने बताया कि तूफान के कारण जामनगर तथा हजीरा के संयंत्रों में ऑक्सीजन उत्पादन तथा इसके उठाव में कोई बाधा पहुंचने की सूचना नहीं है। बरसात से तापमान में गिरावट आने और हवा चलने से मौसम खुशनुमा बना हुआ है।