उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सतत दीर्घकालीन विकास की जरूरत पर बल देते हुए उद्योग और कारोबार जगत के प्रमुखों से आग्रह किया है कि उनको फौरी लाभ के बजाय दूरदृष्टि रखनी चाहिए तथा सतत विकास की प्रक्रिया को सुनिश्चित करना चाहिए।
नायडू ने उप राष्ट्रपति निवास से भारतीय बिजनेस स्कूल नेतृत्व सम्मेलन 2021 का ऑनलाइन उद्घाटन करते हुए आगाह किया कि पर्यावरण की कीमत पर विकास नहीं होना चाहिए। वैश्विक तापमान तथा उसके कारण बार बार होनी वाली आपदाओं पर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि इन आपदाओं का प्रभाव उद्योग और व्यवसाय पर भी पड़ता है।
दो दिन तक चलने वाले सम्मेलन ‘इंडियन बिजनेस स्कूल्स :नेविगेटिंग अ सस्टेनेबल फ्यूचर बाई मर्जिंग लोकल एंड ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस’, का आयोजन अमेरिका की एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल ऑफ बिजनेस तथा एजुकेशन प्रमोशन सोसाइटी ऑफ इंडिया ने किया है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि बिजनेस स्कूल समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जहां भविष्य के इनोवेटर, मैनेजर तथा भावी प्रमुखों को शिक्षित-प्रशिक्षित किया जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को सामाजिक रूप से प्रासंगिक होना ही चाहिए। उन्होंने प्रबंधन विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे निकटवर्ती गांवों का दौरा करें, वहां के समाज और व्यवसाय को समझें और व्यावहारिक समाधान बताएं।