रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आम बजट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए कहा है कि देश के पहले डिजिटल बजट ने आत्म निर्भर भारत के निर्माण की मजबूत नींव रखी है।
रक्षा मंत्री ने ट्विटर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समावेशी विकास के दृष्टिकोण से प्रेरित यह बजट भारत में तीव्र आर्थिक बदलाव लेकर आएगा। उन्होंने कहा, “ कोविड महामारी की चुनौतियों के बीच वित्त मंत्री ने 2020 में आर्थिक पैकेज के तौर पर पांच लघु बजट पेश किए थे। यह बजट उसी श्रृंखला का बड़ा रूप है। कई मामलों में यह बजट अभूतपूर्व है जो आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेगा।”
उन्होंने कहा कि इस बार के बजट ने आज़ाद भारत के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को निर्धारित किया है जो 5.54 लाख करोड़ रुपए है। इससे भारत 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की दिशा में कदम बढ़ाएगा। सिंह ने कहा कि बजट में घोषित की गई नीतियां और कार्यक्रमों, भारत के किसानों, कृषि क्षेत्र, आधारभूत विकास और मानव संसाधन के पुनर्निरीक्षण मे सहायक होंगी। उन्होने देश में 100 नये सैनिक स्कूल खोले जाने के प्रस्ताव की घोषणा पर खुशी जताई।
सिंह ने रक्षा बजट को 4.78 लाख करोड़ तक बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए रक्षा पूंजीगत व्यय 1.35 लाख करोड़ रुपये है जिसमें करीब 19 फीसदी की बढ़ोतरी है। यह 15 वषों में अब तक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि बजट में आर्थिक सुधारों , रोज़गार सृजन , पूंजी निर्माण और देश के आदारभूत सुविधाओं को बढ़ाने में विशेष ध्यान दिया गया है। सुशासन के छह स्तंभों पर आधारित यह बजट बारत को समावेशी विकास और संपन्नता के नये युग से मेल कराने वाला साबित होगा।