मोदी 2014 में हुए आम चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद भारत ने विश्व मंच पर सक्रियता और बढ़ायी है। इस दौरान भारत सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन, जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरे का सामना कर रहे छोटे द्वीपीय देशों में बुनियादी ढांचे के विकास और स्वास्थ्य/टीकाकरण और प्राकृतिक संरक्षण की दिशा में अंतरराष्ट्रीय पहलों का नेतृत्व कर रहा है।
मोदी को सबसे पहले सऊदी अरब ने 2016 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘बादशाह अब्दुल अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री को अफगानिस्तान ने 2016 में ही ‘अमीर अमानुल्लाह खान सम्मान’ से नवाजा। श्री मोदी को फिलिस्तीन ने 2018 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ग्रैंड कॉलर आफ द स्टेट आफ फ़िलिस्तीन’ से विभूषित किया। उसके अगले साल संयुक्त अरब अमीरात ने श्री मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक खिताब ‘आर्डर ऑफ जायद’ सम्मान से नवाजा। श्री मोदी को रूस ने 2019 में ही ‘सेंट एंड्रयू’ सम्मान और मालदीव ने ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ तथा बहरीन ने ‘ऑर्डर ऑफ़ द रेनेसां’ सम्मान से विभूषित किया।
मोदी को 2020 में अमेरिका ने ‘लीजन ऑफ मेरिट’ सम्मान से विभूषित किया गया।
मोदी को दुनियाभर के पांच प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा भी सम्मानित किया गया है। श्री मोदी को 2018 में विश्व शांति में योगदान के लिये सोल शांति पुरस्कार, 2018 में ही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड, 2019 में फिलिप कोटलर सम्मान, 2019 में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन का ग्लोबल गोलकीपर खिताब तथा कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स का ग्लोबल एनर्जी एंड एनवायरनमेंट लीडरशिप सम्मान मिल चुका है।
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने शुक्रवार को श्री मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भारत और भूटान के बीच मित्रतापूर्ण संबंधों को श्री मोदी के शासनकाल में काफी मजबूती मिली है। भूटान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “ नरेश ने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुना है, यह सुनकर काफी खुशी हुई।”