कभी उत्तर प्रदेश की सियासत पर अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले आजम खान के सितारे आजकल
काफी गर्दिश में चल रहे हैं. उनके ऊपर अपनी पॉवर का गलत इस्तेमाल करने के कई आरोप
लग चुके हैं. इन आरोपों में बकरी चोरी करने के मामले से लेकर, फर्नीचर चोरी करने,
कुड़ल चोरी करने, भैस चोरी करने, किताबे चोरी करने तक के आरोप है. इन सब आरोपों को लेकर कोर्ट में मुकदमा भी
दर्ज कराया गया है. उन पर लगे कुल मुकदमें की संख्या 81 हो चुकी है.
कभी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता
रह चुके आजम खान के ऊपर सबसे गभीर आरोप जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर है. आजम खान के ऊपर
आरोप है कि उन्होने अपनी राजनैतिक पॉवर का इस्तेमाल करके किसानों की जमीनों को छीनकर
उस जमीन पर जौहर यूनिवर्सिटी खड़ी कर दी.
उनके ऊपर एक और गंभीर आरोप ये भी है
कि उन्होने अपने लिए हमसफर गेस्टहाउस बनाने के लिए सिचाई विभाग की जमीन का इस्तेमाल
किया. फिलहाल इन सब आरोपों को लेकर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. कई मामलों में उनके
खिलाफ वॉरट भी जारी हो चुका है. इसके अलावा कोर्ट उन्हे कई बार अदालत में पेश होने
का आदेश भी दे चुकी है.
अपने ऊपर लगे इन गंभीर मुकदमों के बचाव
में आजम खान ने अब तक मीडिया से कोई खास बात नही की है. आजम खान आजकल कहा है ये किसी
को नही मालुम. अभी कुछ दिन पहले ऐसी खबर आ रही थी कि आजम खान मुर्हरम के मौके पर रामपुर
आ सकते है. मुर्हरम आ कर चला भी गया लेकिन आजम खान रामपुर में कही नही देखे गये.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने आजम खान के ऊपर लगे आरोपों का बचाव करते हुए कहा कि उन्हे उत्तर प्रदेश
की सरकार जानपूछ कर झूठों मामलों में फसानें की कोशिश कर रही है. आजम खान के बहाने
उत्तर प्रदेश की सरकार समाज वादी पार्टी को बदनाम करने में लगी हुई है. अखिलेश यादव
के इन बयानों पर यूपी के बड़े भाजपा नेताओं का कहना है कि आजम खान के ऊपर जो भी मुकदजे
दर्ज हुए है उनका भारतीय जनता पार्टी से कोई मतलब नही है.