बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए महागठबंधन से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी उम्मीदवार बनाए गए हैं।
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आज महागठबंधन के घटक दल राजद, कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) की बैठक हुई, जिसमें सबकी राय बनी कि महागठबंधन की ओर से अध्यक्ष के चुनाव में उम्मीदवार उतारा जाए। उन्होंने कहा कि इस बैठक में ही सर्वसम्मति से अवध बिहारी चौधरी को उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला हुआ। इसके बाद चौधरी ने अपनी उम्मीदवारी के लिए विधानसभा सचिव के समक्ष पर्चा दाखिल कर दिया है। यादव ने कहा कि चौधरी एक योग्य और अनुभवी नेता है। वह पहली बार 1985 में सीवान से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे और उसके बाद से वह लगातार 1990, 1995, 2000 और फरवरी 2005 के चुनाव में विजयी हुए। इस बार भी 2020 के चुनाव में सीवान से चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी कई बार मंत्री भी रह चुके हैं और फिलहाल वह राजद के प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद काफी महत्वपूर्ण होता है। इस पद पर बैठे व्यक्ति से अपेक्षा होती है कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी सदस्यों को सदन में जनहित के मुद्दों को उठाने का बराबर का मौका दे। उन्होंने कहा कि चौधरी सदस्यों की इस अपेक्षा पर खरा उतरेंगे और उन्हें पूरा विश्वास है कि सभा अध्यक्ष के चुनाव में उनकी जीत होगी।