उत्तराखंड की तीर्थ नगरी हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ पर्व में सोमवार को दूसरे शाही स्नान पर करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने हर की पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्नान किया।
आज सोमवती अमावस्या का स्नान होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु एक दिन पहले ही हरिद्वार पहुंच गए थे कोरोना महामारी के चलते हरिद्वार के सभी सीमा पर सघन जांच अभियान चलाया गया जिन यात्रियों के पास आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट नहीं थी और जिन लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था उन्हें सीमा से ही वापस भेज दिया गया।
इसी बीच अखाड़ों के कई प्रमुख संत कोरोना संक्रमित होने के कारण आज की गतिविधियों में भाग नहीं ले पाएंगे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महेंद्र नरेंद्र गिरी सहित निर्णय अखाड़ा के कई संत कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया की संपूर्ण मेला क्षेत्र में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र को 23 सेक्टरों में बांटा गया है जिसमें 10 जोन एवं नौ सुपर जोन बनाए गए हैं। जिनमें वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। हरिद्वार आने के लिए रूट प्लान पहले ही जारी कर दिया गया था जिसके तहत हरियाणा में उत्तर प्रदेश के मार्गों से हरिद्वार प्रवेश करने वालों के श्रद्धालुओं के लिए गौरी शंकर एवं दक्षदीप सहित धीरवाली पार्किंग में वाहन पार्क किए गए, वहीं गढ़वाल एवं अन्य क्षेत्रों से आने वाले लोगों के लिए उत्तरी हरिद्वार में पार्किंग बनाई गई है।
सभी प्रमुख तेरह अखाड़े आज अपने निर्धारित क्रम के अनुसार स्नान कर रहे है, जिसमें सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा के साथ आनंद अखड़ा स्नान करता है। उसके बाद जूना अग्नि और आवाहन अखाड़े स्नान करेंगे बाद में महानिर्वाणी एवं अटल अखाड़ा स्नान करेंगे इसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े हर की पौड़ी के लिए शाही जुलूस के रूप में प्रस्थान के बाद वहां स्नान करेंगे बाद में उदासीन अखाड़ा निर्मल अखाड़े भी पेशवाई के माध्यम से हर की पौड़ी पहुंचकर स्नान कर रहे है
हरिद्वार सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस एवं पैरा मिलिट्री फोर्स लगा दी गई है शहर के अंदर जगह-जगह बैरियर लगाकर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है तथा बीती रात से ही बाहर से आने वाले सभी प्रकार के दोपहिया वाहनों को निर्धारित पार्किंग के अलावा अन्य स्थानों पर आने जाने की छूट नहीं है।
हरिद्वार में कोरोना महामारी के चलते प्रशासन ने पहले ही एस.ओ.पी जारी कर दी थी जिसके तहत आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है साथी कुंभ के पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन कराने की अनिवार्यता रखी गई है। इसके बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंच रहे हैं हर की पौड़ी पर कल रात से ही श्रद्धालुओं ने स्नान करना शुरू कर दिया था आज सुबह 9 बजे के बाद हर की पौड़ी के सभी घाट अखाड़ों के लिए आरक्षित है जहां पर श्रद्धालु स्नान नहीं कर सकेंगे। अतः उनके लिए हरिद्वार में करीब 12 से ज्यादा घाट बनाए गए हैं जहां वह स्नान का पुण्य लाभ ले सकते हैं।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का कहना है कि आज उनकी शोभायात्रा में उनके आचार्य महामंडलेश्वर तथा प्रमुख संत रथों पर सवार होकर अपने इष्टवाह निशान वाले के साथ हर की पौड़ी पहुंचकर स्नान किया अखाड़ों में पेशवाई यात्रा को लेकर कल से ही तैयारी शुरू हो गई थी। घोड़े हाथी सजाए गए हैं तथा ढोल नगाड़े बैंड बाजों के साथ शोभायात्रा निकाली गईं है।