कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि फोन टैपिंग करना एक हथियार है और मोदी सरकार ने इस हथियार का इस्तेमाल विपक्ष तथा संसदीय संस्थानों के खिलाफ किया है और यह काम गृह मंत्री अमित शाह के बिना नही हो सकता इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
राहुल ने शुक्रवार को यहां संसद भवन के बाहर संवादाताओं से कहा कि उनका फोन भी टैप हुआ है। इसी तरह से कई अन्य लोगो के फोन टैप हुए हैं और इस मामले की न्यायिक जांच करना जरुरी है। उन्होंने कहा कि फोन टेपिंग का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की संस्तुति के बिना संभव नहीं है। इसलिए इस मामले में सबसे पहले गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की देख-रेख में मामले में प्रधानमंत्री की भूमिका की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इजरायल में इस तरह के काम को हथियार कहा जाता है और मोदी सरकार ने इस हथियार का इस्तेमाल संवैधानिक संस्थाओं, विपक्ष के नेताओं तथा सुरक्षा से जुड़े प्रमुख लोगों के खिलाफ किया है इसलिए इसकी जांच जरूरी है।