भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के मुंबई स्थित किंगफिशर हाउस को लंबे समय के इंतजार के बाद हैदराबाद की एक रियल्टी फर्म को 52.25 करोड़ रुपये में बेच दिया गया है।
बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्यालय किंगफिशर हाउस को 135 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य के लगभग एक तिहाई पर बेचा गया है। यह आरक्षित मूल्य 2016 में आयोजित पहली नीलामी में निर्धारित किया गया था लेकिन इसकी तुलना में यह संपत्ति काफी कम कीमत में बिकी। रियल्टी फर्म ने वास्तविक निर्धारित मूल्य के एक अंश पर संपत्ति खरीदी है। गौरतलब है कि 65 वर्षीय कारोबारी माल्या ब्रिटेन में एक ‘गोपनीय’ कानूनी मामले में जमानत पर है। माना जाता है कि यह ब्रिटेन में शरण मांगने के आवेदन से संबंधित मामला है।
भारतीय स्टेट बैंक सहित माल्या को ऋण देने वाले 11 बैंकों ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जब्त की गयी उनकी संपत्तियों पर अधिकार के लिए विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत का रुख किया था।
मुंबई स्थित विशेष पीएमएलए अदालत ने बैंकों को 5,646.54 रुपये की संपत्तियों पर अधिकार की अनुमति दे दी थी।
ब्रिटेन भाग गये माल्या के खिलाफ ईडी और सीबीआई करोड़ों रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी की जांच कर रही है। यह धोखाधड़ी माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ी है जिसके लिए उसने कई बैंकों से करीब 9,000 करोड़ रुपये के ऋण लिये थे। इस ऋण की वसूली के लिए कर्ज वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने माल्या की कंपनी के शेयर बेचे हैं।