कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब एक साल के लंबे अंतराल के बाद मिस्र के काहिरा में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज खेल महासंघ (आईएसएसएफ) शॉटगन विश्व कप की पूरी तैयारी हो गई है। वर्ष के इस पहले शॉटगन विश्व कप के लिए भारत की 13 सदस्यीय टीम ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है।
24 फरवरी से शुरू हो रही इस आठ दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कुल 10 स्पर्धाएं शामिल हैं, जिसमें 33 देशों के 191 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। पुरुष और महिलाओं की सभी स्पर्धाएं आईएसएसएफ के गत वर्ष घोषित नए प्रारूप के अनुसार होंगी। प्रतियोगिता के पहले दिन पुरुष और महिलाओं की स्कीट स्पर्धाएं होंगी। पहला फाइनल मुकाबला गुरुवार को महिला स्कीट का होगा और इसके बाद पुरुष निशानेबाज फाइनल खेलेंगे। आईएसएसएफ ने घोषणा की है कि वे सभी फाइनल मुकाबलों का अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सीधा प्रसारण करेगा। भारत की महिला स्कीट टीम में गनीमत शेखों, परिनाज धालीवाल और कार्तिकी सिंह शेखावत शामिल हैं।
निशानेबाजों के लिए मिस्र के काहिरा में हो रहा आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि विश्व रैंकिंग अंकों के आधार पर आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का उनके पास यह आखिरी मौका होगा। उदाहरण के तौर पर पुरुष श्रेणी में विश्व के नंबर एक निशानेबाज इटली के मॉरो डि फिलिपिस ने अभी तक टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया है और उनकी कोशिश रहेगी कि वह इस प्रतियोगिता में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत अपने रैंकिंग अंकों को बरकरार रखें।
टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके भारत के पुरुष स्कीट निशानेबाज अंगद बाजवा ने इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता को लेकर कहा, ' करीब एक साल के बाद यह पहली प्रतियोगिता हो रही है और मैं इसे ओलंपिक से पहले अभ्यास की तरह देख रहा हूं। लय प्राप्त करने के लिए यह बहुत जरूरी था। '