चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बाद अब चीन भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने पर विचार कर रहा है, हाल ही में अमेरिका ने कथित तौर पर मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चीनी अधिकारियों पर वीजा के प्रतिबंध लगा दिए है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन-भारतीय सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया है.
चीनी राजदूत वेइदॉन्ग ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में बढ़ती अनिश्चितता के कारण चीन और भारत को अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में सहयोग को मजबूत करना चाहिए, इसी के साथ उन्होंने भारत और चीन के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों के बारे में भी जिक्र किया जो कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानक बन गए हैं.
भारत और चीन के राष्ट्र अध्यक्ष की बात अगर की जाए तो यह दूसरी बार होगा जब दोनों नेता अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए मिलेंगे. इससे पहले दोनों की मुलाक़ात दोनों देशों के सैन्य बलों के बीच डोकलाम गतिरोध के दौरान चीनी शहर वुहान में हुई थी.
वहीं दूसरी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले पाकिस्तानी के प्रधान मंत्री इमरान खान ने चीन का दो दिवसीय दौरा किया जिसमे उन्होंने चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात की. इमरान खान की यात्रा में उनका केंद्र बिंदु पाकिस्तान द्वारा कश्मीर पर हो रहे प्रयासों का समर्थन पाना था. चीन ने भी बिना भारत का नाम लिए पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए उसका समर्थन देने की बात की है.