आज गोवा में जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक हुई इस बैठक में जीएसटी से जुड़े कुछ अहम फैसले लिए गए. जीएसटी काउंसिल की इस
मीटिंग में निर्माला सीतारमण द्वारा मंदी की मार झेल रहे कुछ सेक्टरों को राहत
दी गई है. इसं सेक्टरों में घरेलु मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों और
कॉर्पोरेट सेक्टर से जुडी कंपनियों को राहत देने के फैसले लिए गए.
निर्मला
सीतारमण ने ऐलान किया है कि कॉर्पोरेट कंपनियों के लिए अब जीएसटी
टैक्स की दर 25.17 प्रतिशत कर दी गई है इसी के साथ अक्टूबर 2019 के बाद की नई
कंपनियों को 17.01 प्रतिशत जीएसटी टैक्स देना होगा. मैन्यूफैक्चर सेक्टर में भी घरेलु
कंपनियों के कैपिटल गेन से सरचार्ज हटाने की घोषणा की है.
पिछले कई दिनों से देश देश के कई सेक्टरों में मंदी की मार देखने को मिल रही है
जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका असर पड़ा है और भारतीय बाजार में निवेशकों की
संख्या में कमी आई है. इसके अलावा देश के सबसे बड़े सेक्टर ऑटोमोबाइल में भी मंदी
की मार झेलने देखने को मिली है जिसके कारण ऑटो सेक्टर में काम कर रहे कई लोगों की
नौकरियां भी चली गई है और कई बड़ी कंपनियों को आर्थिक नुक्सान भी झेलना पड़ा है. ऐसे
में जीएसटी काउंसिल की इस बैठक में ऑटो जगत भी जीएसटी में कुछ राहत मिलने की
उम्मीद लगाए हुए है.
सरकार भी आर्थिक मंदी से निपटने के लिए एक्शन मोड़ में आ गई है जिसके बाद जीएसटी
काउंसिल की बैठक जारी है अगर सरकार जीएसटी से जुड़े कुछ अहम् फैसले करती है तो ईससे
भी सरकार के राजस्व सालाना डेढ़ लाख करोड रुपए का नुकसान होगा. इसके अलावा निर्मला
सीतारमण ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को लोन बांटने की घोषणा भी की है. एक अच्छी बात आर्थिक परिदेश्य में यह देखने को मिली है कि जैसे ही निर्मला सीतारमण द्वारा जीएसटी के बारे में जानकारी दी गई उसके कुछ देर बाद ही भारतीय शेयर
बाजार तेजी देखने को मिली. बाजार में सेंसेक्स का उछाल 900 अंक तक पहुंच गया
निफ्टी में भी तेजी आई है.